रामायण क्या है?
रामायण संस्कृत भाषा में रचित एक महाकाव्य है जिसमें लगभग 24,000 श्लोक और 7 कांड हैं। इसमें भगवान श्रीराम के जीवन की कथा है, जो रघुकुल के राजा दशरथ के पुत्र थे। रामायण केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि एक जीवन जीने की कला सिखाने वाला ग्रंथ है।
📖 रामायण के सात कांडों का सार (7 Kands of Ramayan Summary)
1. बालकाण्ड
श्रीराम का जन्म अयोध्या में होता है।
विश्वामित्र राम और लक्ष्मण को राक्षसों से रक्षा हेतु अपने साथ ले जाते हैं।
जनकपुरी में सीता स्वयंवर होता है, राम धनुष तोड़ते हैं और सीता से विवाह करते हैं।
2. अयोध्याकाण्ड
दशरथ राम को राजा बनाना चाहते हैं।
कैकेयी की मांग पर राम को 14 वर्ष का वनवास मिलता है।
राम, लक्ष्मण और सीता वन को प्रस्थान करते हैं।
3. अरण्यकाण्ड
वन में राक्षसों का संहार होता है।
शूर्पणखा की नाक काटने के बाद रावण बदला लेता है।
रावण सीता का हरण कर लंका ले जाता है।
4. किष्किन्धाकाण्ड
राम की मित्रता वानरराज सुग्रीव से होती है।
राम बाली का वध करते हैं।
हनुमान सीता की खोज में लंका पहुंचते हैं।
5. सुन्दरकाण्ड
हनुमान लंका में सीता से भेंट करते हैं।
लंका जलाकर लौट आते हैं और राम को सीता का संदेश देते हैं।
6. युद्धकाण्ड
राम और रावण के बीच महासंग्राम होता है।
रावण का वध होता है।
राम सीता को लेकर अयोध्या लौटते हैं।
7. उत्तरकाण्ड
राम का राज्याभिषेक होता है और रामराज्य की स्थापना होती है।
सीता की अग्निपरीक्षा और वनवास की कथा है।
लव-कुश का जन्म और राम-सीता का पुनर्मिलन होता है।
रामायण से मिलने वाली प्रमुख शिक्षाएं
- धर्म पर चलना ही सच्चा मार्ग है।
- सत्य और संकल्प की शक्ति सबसे बड़ी है।
- परिवार, कर्तव्य और समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाना चाहिए।
- त्याग, प्रेम और भक्ति जीवन को सार्थक बनाते हैं।
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निष्कर्ष
रामायण केवल एक कथा नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का आधार है। इसमें आदर्श पुत्र, आदर्श पति, आदर्श भाई और आदर्श राजा की भूमिका में श्रीराम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। रामायण हमें जीवन में धर्म, कर्म और नैतिक मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा देती है।